राघव मिश्रा गोड्डा/अगर सरपरस्त ही सौदागर बन जाएं और देश के निर्माताओं को अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए किसी भी हद तक जाने से गुरेज न हो साथ ही सामाजिक पहरेदारों की खामोशियाँ रहे तो किसी होस्टल या स्कूलों में बच्चियों की आबरू सुरक्षित नहीं मानी जा सकती।
चाहे वो कोई शिक्षण संस्थान हो या अन्य कोई मरहूम स्थान लेकिन जब सरपरस्त ही सौदागर बन जाय तो महिलाओं,बच्चियों को कैसे सुरक्षित माना जा सकता है ,बात दरअसल गोड्डा जिले के मेहरमा थाना क्षेत्र में चल रहे एक निजी स्कूल हिमालयन एकेडमी की है जहां पढ़ रही एक छात्रा की अश्लील तस्वीर ली गई,और उसके बाद वो तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई । बताते चलें वायरल तश्वीर के साथ दो ऑडियो क्लिप भी वायरल थी जो ऑडियो स्कूल की प्रिंसिपल सुधा सिन्हा एवं किसी अन्य लड़के के साथ बातचीत है ,ऑडियो में लड़के ने स्पष्ट कहा है की क्या हो रहा स्कूल में गंदी हरकतें तो प्रिंसिपल कहती है अब नही होगा,इत्यादि ।हालांकि उक्त अश्लील तस्वीर को वायरल करने के जुर्म में उक्त छात्र के ऊपर भी आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हो गया है।
दोनो की पुरी बातचीत भी वायरल तश्वीर पर ही आधारित है ।यहां पर हम पीड़ित बच्ची का नाम नही बता सकते और वायरल तश्वीर को हमने नारी के सम्मान एवं संविधान का पालन में लगाना उचित नही समझा है ।
हिमालयन स्कूल में गंदा खेल
स्कूल के अंदर चल रहे ऐसी गंदी हरकतें जब वायरल हुई ,तब समाज,स्कूल में पढ़ रही बच्ची के प्रति चिंतित हुए ।हालांकि सूत्रों की माने तो इस तरह की बातें स्कूल में पहले भी घटित हुई है लेकिन मामले को दबा दिया जाता था,सूत्र बताते हैं की कई अन्य लड़कियों के भी वस्त्र को खोलकर तस्वीरें ली गई है और ये तस्वीरें चैयरमैन को भेजा जाता था ,जहां से चैयरमेन अपनी च्वाइस बताता था ।इस पूरे प्रकरण में चैयरमेन स्कूल प्रिंसिपल एवं स्कूल की एक दाई का अहम योगदान बताया जा रहा है ।
सभी की जुबान है बंद,पुलिस के लिए जांच का विषय ।
जानकारों के मुताबिक इतनी बड़ी रैकेट स्कूल के अंदर हो और समाज या बच्चे के अभिवावक खामोस रहे तो यह भी जांच का विषय बन सकता है।क्योंकि यही समाज और बुद्धिजीवी किसी अन्य घटनाओं पर बेटी बचाओ एवं नारियों की सम्मान की बड़ी बड़ी बातें करने का दम्भ भरते हैं ।आज स्कूल में खींची हुई बच्ची की अश्लील तश्वीरें प्रारंभिक जांच में सही पाया गया है ।ये वायरल तश्वीरें स्कूल की ही बच्ची का है और स्कूल में ही खींचा गया है यह स्पष्ट होते नजर आ रही है ,तो इतनी ही बातें स्कूल की मर्यादा उसकी गरिमा को खंडित करने के लिए खाफी है,कलंक है ऐसी हरकतें करने वाले इंसानो पर की स्कूल के अंदर भी अपनी इक्षाओं की पूर्ति के लिए फ़ोटो के जरिए च्वाइस किया जाता था ।
शर्मनाक है महिला की सहभागिता ।
एक महिला बच्ची के लिए माँ होती है और जब महिला देश निर्माण में अपनी भूमिका शिक्षिका के रूप में दे रही हो तो गुरु भी ।लेकिन इस पूरे प्रकरण में दो दो महिलाओं का नाम सामने आ रहा है एक स्कूल की प्रिंसिपल सुधा सिन्हा और दूसरी स्कूल की दाई ।जब ऐसे हरकतें करने में एक महिला की सहभागिता हो तो समाज को ऐसी बातें कलंकित करती है ।
ऐसे में समाज की इसप्रकार की खामोसी निःसन्देह एक भयावह दृश्य दिखा सकती है ।
स्कूल में पढ़ते हैं 1200 छात्र छात्राएं
उक्त विवादित प्राइवेट स्कूल में कुल 1200 छात्र छात्राएं पढ़ते हैं जिनको पढ़ाने के लिए 36 शिक्षक शिक्षकाएँ हैं और स्कूल में पढ़ रहे कुल छात्र छात्राओं में तककरीबन 35%छात्राएं हैं ।
चैयरमेन का है विशेष चैंबर
सूत्रों के अनुसार जिस स्कूल का मामला सामने आया है उस स्कूल में प्रिंसिपल का सुसज्जित ऑफिस के अलावे चैयरमेन अरविंद संथालिया का स्पेशल चैंबर भी है ।बताया जाता है उस चैंबर में सिर्फ प्रिंसिपल की ही इंट्री का आदेश है ।हालांकि सूत्र बताते हैं की उस चैम्बर एक गुप्त रास्ता भी है जिसे दीवाल की कलर में कर रखा है ।पुलिस इन बिंदुओं पर भी अपनी जांच कर रही है ।
पुलिस ने लिया स्वतः संज्ञान दर्ज हुआ मुकदमा ।
मामला वायरल होने के बाद पुलिस ने स्वतः संज्ञान लिया है एवं स्कूल के चैयरमेन अरविंद कुमार संथालिया,और शिक्षिका सुधा सिन्हा सहित दो अन्य लोगों पर मुकदमा दर्ज कर अपनी दबिश जारी कर दी है ।
इस मामले पर पुलिस ने मेहरमा में बुधवार को भी धरपकड़ के लिए छापेमारी की है ।
हॉस्टल जाकर भी पुलिस ने की जांच ।
स्कूल के हॉस्टल जाकर भी पुलिस की टीम ने जांच की है खुद महागामा एसडीपीओ भी पूछताछ के लिए स्कूल पहुंचे और कई बच्चे बच्चियों से पूछताछ किया।
स्कूल के अन्य शिक्षकों से भी होगी पूछताछ ।
बताया जा रहा है की पुलिस इस मामले पर स्कूल के अन्य शिक्षक एवं स्कूल कर्मी से पूछताछ कर सकती है,कॉल रिकॉर्डिंग के जरिये भी पुलिस मामले की तह तक जाने में लगी हुई है ।
तकनीकी सेल की सहायता से पुलिस करेगी जांच ।
चूंकि पूरा मामला मोबाइल एवं इंटरनेट से जुड़ा हुआ है इसलिए पुलिस तकनीकी सेल की मदद से जांच करेगी साथ फरार अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस तकनीकी सेल का प्रयोग कर सकती है ।फरार अभियुक्तो के परिजनों पर भी पुलिस की पैनी नजर है, परिजनों के जरिये भी मामले की तह तक घुसने में पुलिस को कामयाबी मिल सकती है ।
शिक्षिका एवं उक्त ऑडियो वाले छात्र के फोन में छिपे हैं कई राज ।
मेहरमा के लोगों के अनुसार स्कूल में इस प्रकार का मामला पहले भी हो चुका है ,लेकिन लंबी पहुंच और सबूत के अभाव में चैयरमेन आजतक बचता रहा है ।सूत्रों की माने तो उक्त आरोपी शिक्षिका सुधा सिन्हा एवं एक लड़का जो बताया जा रहा है की उसी स्कूल का छात्र है इन्ही दोनो की बातचीत वायरल हुई है जिसमे लड़के ने भी कहा है की अभी किया हुआ है अभी और होना बांकी है ,मतलब साफ है की लड़के के मोबाइल में भी कई और राज दबे हुए हैं ,पुलिस इसके सहारे भी अपनी पड़ताल को तह तक ले जा सकती है ।साथ ही बताया जा रहा है की उक्त शिक्षिका सुधा सिन्हा के द्वारा ही पीड़ित लड़की या अन्य लड़कियों की तश्वीरें खींची जाती रही है ।जिसे चैयरमेन के पास भेजा जाता था ।ऐसे में चैयरमेन के सारे काले कारनामे भी उसकी मोबाइल में कैद है जिसे दबी जुबान जांच टीम को बच्चे भी बता चुके हैं ।
क्या कहते हैं एसडीपीओ
जांच टीम लगे महागामा एसडीपीओ वीरेंद्र चौधरी कहते हैं की आरोपी चैयरमेन व शिक्षिका की गिरफ्तारी के लिए जगह जगह छापेमारी की जा रही है,गिरफ्तारी के बाद ही मामले का उद्भेदन होगा ।।
डीसी की गठित टीम ने की कर्मियों से पूछताछ ।
मंगलवार मि शाम में उपायुक्त के निर्देश पर एक जांच कमिटी भी स्कूल पहुंची थी ,अधिकारियों ने स्कूल में शिक्षकों एवं कर्मचारियों से पूछताछ की है ,बताया जा रहा है कि स्कूल के कर्मचारियों ने जांच टीम को सहयोग नही किया था,टीम फिर से एकबार पूछताछ करेगी ।
इधर गोड्डा उपायुक्त किरण कुमारी पासी से भी हमने बात की है उ होने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए कहा है की हर स्तर से जांच की जा रही है ,चार लोगों पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है ,जो भी दोषी होंगे वो बख्से नही जाएंगे ।साथ ही उपायुक्त ने कहा की हमने जिला शिक्षा पदाधिकारी को भी स्कूल की जांच के लिए कहा है ,स्कूल के हॉस्टल एवं प्राइवेट स्कूल के कागजात के भी जांच किए जाएंगे ।बाल कल्याण को भी जांच का जिम्मा सौंपा गया है ।
अब गौरतलब बात यह होगी की जांच और गिरफ्तारी के बाद क्या कुछ निकलकर सामने आता है ।यह तो पुलिस और जिला प्रशासन के जिम्मे है ।
हालांकि अगर हमारा समाज ऐसे मामलों में आज भी न जगा तो आने वाली पीढ़ी हमे कभी माफ न कर सकेगी ।