इश्क,शादी और कफ़न,बेइंतहा इश्क़ का दर्दनाक हुआ था अंत।
रवि के सुसाइड किये 9 महीने के बाद आया हाई कोर्ट का फरमान 3 लाख जमा करने के बाद ही लड़की पक्ष डाल सकेंगे जमानत याचिका ।
सच ही कहा है किसी ने कि इश्क़ पर किसका जोर चला है यही कारण था कि 2016 के दिसम्बर में परवान चढ़ा प्यार 2017 के मई महीने में परिवार के विरोध के बावजूद शादी के बंधन में बंध गया । एकलौता बेटा रवि पंडित(25) के मोह में घरवालों ने इस शादी पर हामी भर दी थी।
दोनों परिवार वाले इस शादी में शरीक हुए। हिन्दू रीति रिवाज के साथ शादी हो गई।
एक महीने के बाद लड़की अपने मायके चली गयी। इसी बीच लड़की का भाई आत्महत्या कर लिया जिस कारण कुछ दिन लड़की और अपने मायके में रुक गयी। इधर दुर्गापूजा के बाद रवि और ससुराल वालों की ओर से कई बार उसे लाने का प्रयास भी किया गया लेकिन वो नही आई।
उसने अपने पति पर दवाब बनाया की वो गांव में नही रहेगी इस कारण रवि गोड्डा में ही भाड़े का मकान ले लिया किंतु इसके बावजूद उसकी पत्नी कुछ घंटों के लिए उसके पास आती थी जिस बात का गुस्सा रवि को रहता था।
एक बार वो गुस्से में अपना हाथ उसके सामने काट लिया था लेकिन उसकी पत्नी उसे उसी हाल में छोड़ कर अपने भाई के साथ निकल गयी। बाद में इसकी जानकारी उसके घरवालों को हुई तब उनलोगों ने रवि का इलाज करवाया।
कुछ दिन के बाद उसकी पत्नी बॉबी ने रवि और उसके पूरे परिवार पर दहेज प्रताड़ना का केस कर दिया। रवि के पिता झारखंड पुलिस में है और वो गुमला में कार्यरत है। इस प्रकरण से रवि पूरी तरह टूट गया। जिस लड़की को वो अपनी जान से भी ज्यादा प्यार किया वो आज उसी पर दहेज के केस कर दी थी।
मामला अब कोर्ट में था। इसी माह की 19 तारीख को जज साहब ने लड़की का बयान दर्ज किया लेकिन उसके बावजूद उन्होंने उसे अपने ससुराल जाने का आदेश दिया किंतु इलियास से निकलते ही वो और उसके परिवार वालों ने रवि और उसके घरवालों को धमकी देते हुए बर्बाद कर देने की बात कही।
23 जनवरी को वो फिर से इस मामले को सुलझाने के लिए अपनी माँ से कह पर ससुराल निकला था लेकिन कुछ ऐसी बात हुई कि वो पूरी तरह टूट गया और जहर खा कर आत्महत्या कर लिया।जहर खाने के पूर्व वो अपने पिता को मैसेज भी किया और अपनी पूरी वीडियो बनाई जिसमे इस मौत का कारण अपनी पत्नी और ससुराल वालों को बताया।
शुरआती दौर में पुलिस ने यू.डी केस दर्ज किया है लेकिन अब उसके वीडियो को देखने के बाद उसके घर वाले इसे हत्या मान केस दर्ज करवाया था । उसकी अंतिम लाइन अब भी गूंज रही है पापा मुझे न्याय दिलाना
रवि बीसीए की पढ़ाई पटना से किया हुआ था और इसी शादी के बाद पटना छोड़ कर गोड्डा में ही रहने लगा था। जहर खाने के पूर्व उसने अपने मित्र को अपने मोबाइल का पासवर्ड बता दिया था।
इस घटना से पिछले 9 माह से रवि के परिजन सदमे में थे जिसके बाद हाई कोर्ट का फैसला आया है कि लड़की पक्ष की जमानत याचिका तभी स्वीकार की जाएगी जबतक 3 लाख जमा न कर दे ।
आज उसके आत्महत्या किए 9 माह बीत चुके है।मात-पिता के आंखों के आंसूं सूख चुके है। परिवार जिंदा लाश की तरह जी रहा है तो मृत पुत्र की आत्मा बेचैन होकर भटक रही है। माँ रात को चींखकर जाग जाती है जैसे रवि उसे झकझोर रहा हो कि मुझे न्याय दिलाओ।
उस केस के वकील तनुज दुबे ने बताया कि माननीय उच्च न्यायालय द्वारा दोनो पक्षों को बुलाकर एवं वकीलों को यह निर्देश दिया गया है कि कम्पेशेषन विक्टिम एक्ट के तहत 3 लाख जमा होने के बाद ही जमानत याचिका ली जाएगी अन्यथा जमानत याचिका को रद्द कर दी जाएगी ।
इधर रवि के मामा मंटू पण्डित को भी 9 महिने बाद न्यायालय पर आस जगी है कि अब उसके भांजे की आत्महत्या के मुख्य दोषियों को सजा मिल सकेगी ।
रवि के पिता ने उसके ससुराल वालों पर केस किया था। केस को कमजोर करने के लिए काफी प्रयास भी किया जा रहा था। गोड्डा कोर्ट से अग्रिम जमानत की अर्जी खारिज होने पर आरोपी परिवार हाई कोर्ट में याचिका दाखिल किया था लेकिन माननीय उच्य न्यायालय ने पीड़ित परिवार को 3 लाख रुपये देने के बाद ही अग्रिम जमानत देने की बात कही।