दिशोम गुरू व झामुमो के पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन पर गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे पर बयानबाजी करने पर राजनीति गरमा गयी है। सिर्फ झामुमो ही अलग पार्टी के नेता भाजपा सांसद द्वारा दिये गए बयान पर आपत्ति दर्ज करायी है।
झारखंड विकास मोर्चा के प्रधान महासचिव सह पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव ने सांसद निशिकांत दुबे को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि रावण दहन का समय अब नजदीक है। पूरे झारखंडवासी सांसद के इस बयान से आहत है। कहा कि जिसने झारखण्ड को अलग राज्य करने का सपना देखा, जिसने झारखंड राज्य को अलग करने के लिए सैकड़ों आंदोलन किये, जिसने झारखण्ड राज्य बनाने के लिए अपने खून,पसीने एक किये, घर-परिवार छोड़ कभी जंगलों में तो कभी जेल में अपनी कई वर्ष बिताये। पूरा झारखंड उन्हें दिशोम गुरू का दर्जा दिया।
उन पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे द्वारा गुरू जी के मुंह पर कालिख पोतने जैसी बात करना ये साबित करता है की माननीय का दिवालियापन अपनी चरम सीमा को पार कर चूका है, ये घमंड में इतने चूर हो चुके हैं की इनमें और रावण में अब कोई अंर्त नहीं रहा। झारखण्ड विकास मोर्चा घमंडी, निर्लज सांसद निशिकांत दुबे के इस ब्यान का कड़े शब्दों में निंदा करती है। साथ ही मांग करती है कि वो सार्वजनिक रूप से जनता से माफ़ी मांगे वरना जनता इस बार माफ़ नहीं करेगी। ऐसा घटिया बयान देकर सिर्फ गुरूजी का अपमान नहहीं किया बल्कि झारखण्ड के संपूर्ण आदिवासी समाज एवं करोड़ों लोगों का अपमान किया है।
उन्होंने कहा कि सांसद ने उम्र का भी ख्याल नहीं किया। भले ही हम किसी भी दल में हों पर हमसभी के दिलों में गुरूजी के लिए हमेशा एक अलग स्थान रहा है। आजतक किसी भी नेता ने गुरु जी के मान को ठेस नहीं पहुंचाया था चाहे वो बीजेपी का ही क्यों न हो। गुरूजी के खिलाफ ऐसी बयानबाजी यह दर्शाता है कि उनके दिलों में झारखण्ड वासियों के लिए क्या स्थान है। जिस झारखण्ड में घुस कर ये सांसद बने फिर रहें हैं उन्हें चाहिए की इस राज्य को बनने में गुरूजी के योगदान के बारे में जानकारी लें। अगर गुरु जी न होते तो शायद वे इस नए राज्य के सांसद भी न होते।
प्रदीप यादव के इस बयान पर फिर सांसद निशिकांत दुबे ने दिया जवाब क्या कहा पढ़िए अगले अंक में