गोड्डा : एक घंटे की बारिश ने बिजली विभाग की आपात स्थिति की सुविधाओं की पोल खुल गई। बुधवार को लगातार दो घंटे तक पानी बरसने के कारण कई इलाकों में बिजली आपूर्ति सामान्य करने में ज्यादा समय लग गया। वहीं कई जगहों पर तेज हवा चलने के कारण बिजली की तार गिर गयी बिजली का खंभा गिरने से आधी रात तक लोगों को बिजली नसीब नहीं हुई।
बिजली विभाग के पास आपात स्थिति से निपटने के लिए तमाम तरह की तैयारी होनी चाहिए। इनमें बरसात, आंधी में होने वाली विद्युत आपूर्ति को सामान्य करने के लिए उसके पास पर्याप्त उपकरण और संसाधन होने चाहिएं, लेकिन ऐसा नहीं है। यही कारण है बारिश शुरू होते ही सभी इलाकों की बिजली आपूर्ति फौरन काट दी जाती है। लेकिन मौसम सामान्य होने के बाद तकनीकी खराबी को दूर करने के लिए विभाग की कोई तैयारी नहीं थी। खासकर विशेष क्षेत्र में होने वाली कमी को दूर करने वाला फाल्ट लोकेटर विभाग के पास नहीं है। कई बार बारिश के मौसम में बिजलीघरों में बिछाए जाने वाले अंडर ग्राउंड केबिल में खराबी आती है तो उसे ढूंढने में कर्मचारियों को घंटों लग जाते हैं। यही काम मशीन से कुछ मिनटों में हो जाता है। बुधवार को जिला मुख्यालय चार में एक खंभा गिरने से लोगों को कई घंटों तक बिजली आपूर्ति नहीं मिली। खंभे को ठीक करने और बिजली आपूर्ति सामान्य करने में घंटो समय लग गया। इसके अलावा बारिश समाप्त होने के बाद बिजली आपूर्ति सामान्य होने में तीन से चार घंटे का समय लग गया। अधीक्षण अभियंता गोपाल बर्णवाल ने बताया कि बारिश के मौसम में विभागीय कर्मचारी एहतियात के तौर पर काम करते हैं। जिससे कोई दुर्घटना न घटे।