झारखण्ड में प्रवेश करने के बाद कोई प्रवासी मजदूर अब अपने गंतव्य को पैदल नही जाएगा ।उक्त बातें मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कही है ,उन्होंने तमाम जिला अधिकारियों को निर्देश दिया है कि
सभी ज़िलों के अधिकारी एवं झारखण्ड पुलिस को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है की – कोई भी व्यक्ति चाहे वो झारखण्ड का हो या दूसरे राज्य का – झारखण्ड में पैदल अपने गंतव्य को ना जाये।
सारे अधिकारी पूरी संवेदनशीलता के साथ ऐसे सभी लोगों की पूरी देखभाल करते हुए समूह बना, उनकी स्वास्थ्य जाँच कर बसों एवं अन्य बड़े वाहनों द्वारा उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुँचाएँ।
अन्य राज्य के प्रवासियों का भी पूरा ख़्याल रखते हुए उन्हें उनके गृह राज्य के नोडल अफ़सरों से सम्पर्क कर सुरक्षित भेजने का इंतज़ाम करें।
झारखण्ड की सीमा में किसी भी श्रमिक को कोई परेशानी ना हो इसका पूरा ध्यान रखना हमारा कर्त्तव्य है।
उन्होंने आगे लिखा है कि ना सिर्फ़ ट्रेनों से बल्कि हम अपने श्रमिक साथियों को चार्टर प्लेन से भी राज्य वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं जिसके लिए हमने केंद्र से 3 दिन पहले ही NOC माँगी है।