“चुनाव का समय है,कई दिनों से देख रहा हूँ, फेसबुक मीडिया द्वारा चुनाव का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है,लेकिन इन सब के बीच भी कुछ है, जिसे हम कहते हैं गुप्त सूत्र,तो मुद्दे की बात करता हूँ, हालांकि मैं इसमें किसी व्यक्ति विशेष का नाम नहीं लूंगा !तो कुछ गुप्त सूत्रों के अनुसार, गोड्डा के किसी पार्टी कार्यालय के पास एक फुचका( गुपचुप) का ठेला है, वहाँ पर एक आदमी फुचका खाने को गया। ग्राहक ने कहा खट्टे के लिए थोड़ा ईमली की चटनी डालो, ठेले वाले ने कहा भैया ईमली खत्म हो गयी है। उन्हीं के साथ कुछ और साथी खड़े थे। ग्राहक ने उन्हीं में से एक को कहा मारो इसको, बस फिर क्या था उसने आव देखा ना ताव, गुरूजी की आज्ञा पाते ही उन्होंने ठेले वाले को तड़ातड़ थापड़ देना शुरू कर दिया। और वो आदमी जिसने उस ठेले वाले को थप्पड़ जड़ा वो गोड्डा नगर अध्यक्ष पद के लिए खड़े हुए हैं। मैं जानना चाहता हूँ चुनाव के पहले अगर उनका ये हाल है तो अगर वो चुनाव जीत गई तो उनकी इस दबंगई की सीमा किस स्तर की होगी ? क्या अब भी गोड्डा के वासी ऐसे प्रत्यासी को अपना नगर अध्यक्ष बनाना चाहेगी ? फैसला आपके हाथ में है।”
नोट :-यह पाठक द्वारा लिखकर भेजा गया है ,जिसमे जगह का नाम को परिवर्तन कर डाला गया है ,इसकी सत्यता या वास्तविकता से मैं हूँ गोड्डा का कोई सम्बन्ध नही है !
अगर आप भी चाहते हैं हमे कुछ लिख भेजना तो संयमित भाषा में हमे लिख भेजिए… आपके पत्र ,सुझाव ,लेख का हमे इंतिजार रहेगा !
Whatsapp :- 9709276006 Email- editor@maihugodda.com,maihugodda@gmail.com या आप हमारे फेसबुक पेज पर सीधे मैसेज कर सकते हैं !