एकजुट होकर वाम मोर्चा ने किया विरोध प्रदर्शन
त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति तोड़े जाने पर गुरूवार को वाम मोर्चाओं ने एकजुट होकर शहीद स्तंभ में विरोध प्रदर्शन किया। जहां पर सीपीआइएम, सीपीआइ, सीपीआइएमएल सहित अन्य कम्यूनिष्ट विचाराधारा से प्रेरित पार्टी के लोगों ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से किसान मोर्चा के नेता सह पूर्व जिप उपाध्यक्ष अशोक साह उपस्थित हुए। वही कार्यक्रम का संचालन कर रहे मजदूर नेता सह कवि डॉ राधेश्याम चौधरी ने कहा कि लेनिन की मूर्ति तोड़कर भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्र विरोधी कार्य किया है। लेनिन सिर्फ गरीबों के नेता ही नहीं दार्शनिक भी थे। उनका अपमाम पार्टी कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। वही माले नेता अरूण सहाय ने कहा कि भले ही भाजपा त्रिपुरा के लोगों के साथ झुठे वायदे कर सत्ता पर बैठ गयी हो। लेकिन यह झुठ के गुब्बारे जल्द ही फुट जाएंगे। कहा कि विडंबना ही कि देश के प्रधानमंत्री भगत सिंह को पूजते है और भगत सिंह लेनिन से प्रभावित थे। लेकिन भाजपा उन्हीं के प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ करती है। विरोध प्रदर्शन में दशरत मंडल, रजनीकांत तिवारी, मरांगमय टुडू, अकील अख्तर सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।