अभिजीत तन्मय/गोड्डा/सचमुच इश्क़ जानलेवा होता है और आशिक इश्कजादे। प्यार को जीते जी ना पाने वाले अंत मे थक हार कर मौत को गले लगा लेते है। शायद इस उम्मीद से कि मरने के बाद अब कोई जुदा नही कर सकेगा। मरने के सोच से ही रूह काँप जाती है ऐसे में अपने सामने अपने महबूब को मरता देख खुद फाँसी पर झूल जाना ये हिम्मत की बात है।
ऐसी ही एक दर्दनाक घटना आज गोड्डा जिला के ललमटिया थाना क्षेत्र के चकरा पहाड़ पर हुई जिसमें एक आशिक ने अपनी मेहबूबा से शादी करके उसे मंगलसूत्र पहना कर अपनी दुल्हन के रूप में देखकर दो अलग-अलग पेड़ों से फाँसी के फंदे पर झूल कर अपनी जान दे दिया।
कितनी हिम्मत जुटाई होगी दोनों ने इस फैसले को लेने से पहले!
मौत वैसा सच जिसके बाद कोई किंतु परन्तु नही रह जाती है। इंसान का नाम और पहचान बदल कर बॉडी हो जाता है।
प्रवीण टुडू(25)जो हरकट्टा,डुमरिया निवासी था उसे देयमयी हांसदा(22)से प्यार हो गया। इस इश्क की भनक लड़के के परिवार वालों को लगते ही विवाद बढ़ गया। दोनों परिवार के बीच हैसियत की दीवार बड़ी थी। लड़के के घरवालों को इस रिश्तेदारी से परेशानी थी। लड़कीं का परिवार गरीब था जो इस प्रेम का सबसे बड़ा बाधक था।
आज इस समाज के बीच पैसे के कारण काफी अंतर पैदा होता है जिससे इस तरह के इश्क़ हर साल यूँ ही दम तोड़ देती है।
ये घटना आज दोपहर की थी। शाम को जानवर चराने वालों को नजर पड़ी तब ये दर्दनाक घटना उजागर हुई।
पुलिस को जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पर पहुँची और शव को लेकर थाना पहुँची। इस घटना के बाद दोनों परिवार में मातम छा गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेजने की तैयारी में जुटी हुई है।
जो भी हो लेकिन आदिवासी समाज मे ये दूसरी ऐसी घटना है जिसमे प्रेमी-प्रेमिका ने जुदाई को बर्दाश्त नही करने के डर से आत्महत्या कर लिया है।
पिछले कुछ माह पूर्व बोआरीजोर थाना क्षेत्र में भी इसी तरह एक प्रेमी-प्रेमिका ने खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर लिया था।
आज इस घटना ने आदवासी समाज के मुँह पर एक तमाचा जड़ा है जिसमे आज भी इश्क़ के बीच पैसे की दीवार खड़ी करके रखी हुई है।