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खबर का बड़ा असर :सांसद ने की पहल :अब अदानी नही लेगी आदिवासी की विवादित जमीन ।

गोड्डा डेस्क/ गोड्डाअदानी कम्पनी का भूमि अधिग्रहण का का पूरा हो चुका है ,लगभग अधिग्रहित जमीन को कम्पनी ने चारदीवारी से घेर लिया है लेकिन माली मौजा के आदिवासियों की 16 कट्ठा 16 धुर वाली जमीन जो मैनेजर हेम्ब्रम इत्यादि परिवारों का जमीन है अधिग्रहण के बाद उठे विवाद के बाद हाथ लगाना लगभग छोड़ दिया था ।

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चूंकि आदिवासी मानने वाले नही थे,उन आदिवासियों ने साफ तौर पर कह दिया था कि सरकार गोली मारकर जमीन को हासिल कर ले ।हालांकि भूमि अधिग्रहण कानून के अनुसार आदिवासी की वो जमीन अधिग्रहित हो चुकी है ।

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इसलिए कई बार उस माली मौजा जमीन को कम्पनी घेरने का प्रयास भी की अपना बोर्ड लगाने को भी चाहा था लेकिन आदिवासियों के हठ के आगे किसी की भी नही चली।चूंकि उसी जमीन पर आदिवासी के पूर्वज को भी दफनाया गया है ।

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आदिवासी जमीन के लिए अपनी जान देने को तैयार थे ।इस विवादित जमीन का विस्तृत खबर सबसे पहले मैं हूँ गोड्डा.कॉम ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी चूंकि पूरे घटना क्रम की ग्राउंड रिपोर्टिंग मैं हूँ गोड्डा की टीम ने किया था।

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अब हमारी खबर पर बड़ा असर हुआ है उस विवादित जमीन से उठे राजनीति द्वंद को सांसद डॉ.निशिकांत दुबे ने एक झटके में खत्म कर दिया है ।

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अडानी पावर प्लांट के लिए आदिवासियों की जमीन अधिग्रहित की गई थी जिसका आदिवासी परिवार विरोध कर रहे थे उस विवादित जमीन को लेकर गोड्डा के सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने बड़ा बयान दिया है। आज अदानी पॉवर प्लांट का निरीक्षण करने पहुंचे सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कहा कि किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए उद्योग,बड़ी कंपनी जरूरी है। अदानी गोड्डा के लिए बहुत जरूरी है।
विवादित जमीन जिसके लिए काफी हंगामा हो रहा है उस जमीन को लेकर जिला प्रशासन और कम्पनी से बात हो गयी है अब कम्पनी उस जमीन को नही लेगी। रास्ते के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। कई लोग जमीन देने को तैयार है उनसे जमीन ले ली जाएगी।

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आज डॉ.निशिकांत ने अदानी कम्पनी का मैराथन दौरा भी किया और कम्पनी द्वारा किये जा रहे काम का निरीक्षण किया ।इस दौरान डॉ.दुबे उपायुक्त किरण कुमारी पासी से भी मिले जहाँ उन्होंने अदानी कंपनी द्वारा अधिग्रहित विवादित आदिवासी जमीन पर चर्चा कर उस जमीन को नही लेने की बात कही साथ ही डॉ. दुबे ने कम्पनी के अधिकारियों से भी मिलकर उन्हें उस जमीन का इस्तेमाल न करने को कहा जिसके बाद इस मामले पर सांसद द्वारा जो बात निकलकर सामने आई की अब अदानी कम्पनी उस विवादित जमीन का इस्तेमाल नही करेगी !

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इस दौरान सांसद ने अदानी कम्पनी के नए ऑफिस में बैठकर अदानी कम्पनी का मॉडल मैप एलसीडी के जरिये देखा तथा कम्पनी द्वारा किये गए कार्य की तस्वीरें देखे ।

पैसा लेकर स्वेच्छा से दे सकते हैं आदिवासी अपनी जमीन :सांसद

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अदानी कम्पनी का भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा कर चुकी है ,लगभग अधिग्रहित जमीन को कम्पनी ने चारदीवारी से घेर लिया है लेकिन माली मौजा के आदिवासी की 16 कट्ठा 16 धुर वाली जमीन को कम्पनी ने उठे विवाद के बाद हाथ लगाना लगभग छोड़ दिया था चूंकि आदिवासी मानने वाले नही थे,उन आदिवासियों ने साफ तौर पर कह दिया था कि सरकार गोली मारकर जमीन को हासिल कर ले ।

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हालांकि भूमि अधिग्रहण कानून के अनुसार आदिवासी की वो जमीन अधिग्रहित हो चुकी है ,इसलिए कई बार उस माली मौजा जमीन को कम्पनी घेरने का प्रयास भी की अपना बोर्ड लगाने को भी चाहा था लेकिन आदिवासियों के हठ के आगे किसी की भी नही चली आदिवासी जमीन के लिए अपनी जान देने को तैयार थे ।

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सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने अपने मैराथन दौरे के बीच मैं हूँ गोड्डा को बताया कि अदानी कम्पनी द्वारा अधिग्रहित माली मौजा का विवादित आदिवासी की जमीन को अदानी अब इस्तेमाल नही करेगी लेकिन आदिवासियों के लिए आगे का विकल्प खुला रहेगा उनका पैसा पड़ा रहेगा वो जब चाहे पैसे लेकर अपनी जमीन दे सकते हैं ।

सांसद ने महागठबंधन पर भी साधा निशाना

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विवादित जमीन का निपटारा करने गोड्डा पहुंचे सांसद डॉ.निशिकांत दुबे ने महागठबंधन पर भी निशाना साधा उन्होंने कहा कि महागठबंधन द्वारा भटकाये आदिवासियों के लिए विकल्प खुला रहेगा कम्पनी जमीन का इस्तेमाल नही करेगी लेकिन आदिवासी को जिस दिन लगेगा कि महागठबंधन या राजनीतिक दलों द्वारा ठगे गए हैं उस दिन पैसा लेकर आदिवासी जमीन ले सकते हैं,एक दिन इन आदिवासियों को पता चलेगा कि महागठबंधन की राजनीति में फंसकर उनको क्या लाभ हुआ या क्या नुकसान ।।

जिन्हें विकास से कोई मतलब नही वही राजनीति करना चाहते हैं : डॉ.निशिकांत दुबे

सांसद ने विपक्षी गठबंधन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जमीन पर राजनीति वही लोग कर रहे हैं जिन्हें यहां के विकास से मतलब नही, रोजगार से मतलब नही लोगों से मतलब नही वही लोग खासकर महागठबंधन के लोग ही ऐसे जमीन पर राजनीति करना चाहते हैं ।।

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रास्ता का भी होगा वैकल्पिक व्यवस्था :सांसद

माली मौजा पर 16 कट्ठा 16 धुर वाली जमीन पर उठे विवाद के बाद रास्ता भी एक बड़ी समस्या बन गई थी जिसका भी निराकरण आज सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कर दिया है ,सांसद डॉ दुबे ने कहा अब अदानी रास्ते के लिए सोनडीहा एवं गायघाट के लोगों का जमीन लेगी जो उस गांव के लोग स्वेच्छा से देना भी चाह रहे हैं ।।

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कम्पनी पहुंचते ही सांसद ने कम्पनी सुरक्षा मानकों का रखा खयाल।

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अदानी कम्पनी के निरीक्षण करने एवं भूमि विवाद का निपटारा करने पहुंचे गोड्डा सांसद ने कम्पनी के सुरक्षा मानकों का पूरा खयाल रखा कम्पनी क्षेत्र पहुंचते ही कम्पनी द्वारा दिये गए ड्रेस एवं हेलमेट को लगाकर अपनी कार को चलाते रहे ,ताकि कम्पनी की सुरक्षा  मानक का खयाल रखा जा सके ।।

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