केरल में बाढ़ ने पिछले 94 साल का रिकार्ड तोड दिया है। लगातार हो रही भारी बारिश और बाढ़ के चलते हालात बेहद बदतर हो गए हैं। लैंडस्लाइड और बाढ़ से अब तक लगभग 400 लोगों की जान जा चुकी है। करीब तीन लाख लोग बेघर बताए जा रहे हैं। सेना के साथ एनडीआरएफ की टीमें राहत कार्य में जुटी हैं। करीब 2 लाख 23 हजार लोगों को 1500 राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।
इस बाढ़ में लोगों की जान केवल डूबने से ही नहीं हुई बल्कि कुछ एक ने हताश हो कर आत्महत्या भी कर ली है। जी हां इस बाढ़ की वजह से कोझिकोड जिले के करंतूर में रहने वाले युवक ने आत्महत्या कर ली। 19 वर्षीय कैलाश ने अभी हाल ही में 12वीं पास करने के बाद आईटीआई में दाखिला लिया था। उसने कॉलेज जाने के लिए नए कपडे भी सिलवाए थे। लेकिन इसी बीच लगातार बारिश के कारण आई बाढ़ ने उसके लिए एक मुसीबत कड़ी कर दी।
बाढ़ के पानी में उसका घर पानी में डूब गया जिसके बाद उसे उसके परिवार सहित रहत शिविर में भेज दिया गया था। कैलाश ने सोचा था कि वो इस आपदा के थमने के बाद कॉलेज जाएगा। लेकिन उसे क्या पता था कि बारिश थमने के बाद उसके जीवन में भूचाल आने वाला है। बारिश थोड़ा थमने पर रविवार जब वह अपने घर गया तो उसने देखा कि उसके सभी प्रमाणपत्र पानी में भीग चुके हैं। इतना देखते ही कैलाश एकदम से परेशान हो गया और उसने आत्महत्या कर ली।
कुनामंगलम थाने के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि युवक की मौत का पता उस वक्त चला जब उसके परिजन शाम को घर की साफ सफाई करने आए। पुलिस ने बताया कि उसे लटका देख कर वे स्तब्ध रह गए। वहीं अलप्पुझा जिले के सर्वाधिक प्रभावित चेंगनूर में एक महिला विलाप कर रही थी उसका आधर कार्ड, राशन कार्ड और सभी पहचान पत्र खो गए हैं।