मूलतः गोड्डा जिले के बंदनवार गांव की काव्य श्री ने जिला प्रशासन के तत्वाधान में चल रहे गणतंत्र दिवस क्रीड़ा सप्ताह के तहत चल रहे कैरम टूर्नामेंट में अपना कब्जा बरकार रखी है ।काव्य श्री इस टूर्नामेंट को लगातार चौदह वर्षों से अपने नाम कर रखी है ।काव्य श्री बचपन से ही कैरम खेल के प्रति अपनी रुचि को आगे रखी रही और आज कैरम से ही हर वर्ष जिला चैंपियन बनकर अपने जिले के साथ-साथ अपने परिवार का नाम रौशन कर रही है ।
कैरम क्वीन के नाम से जानी जाती है काव्य श्री ।
चौदह वर्षों से जिला चैंपियन रही काव्य श्री को जिले में लोग कैरम क्वीन के नाम से भी जानते हैं ।लोगों ने इस नाम को काव्य श्री के काबिलियत के दम पर दी है ।जिला का परचम लहराने वाली काव्य श्री अपने इस नाम को एक सम्मान के रूप में देखती है ।
कैरम से रहा है परिवार का विशेष लगाव :
काव्य श्री के परिवार में भी कैरम के प्रति रुची काफी रही है ,काव्य श्री के शिक्षक पिता विपिन चन्द्र दुबे भी कैरम के अच्छे खिलाड़ी व प्रशिक्षक हैं वो बच्चों को स्कूली शिक्षा देने के अलावे खुद कैरम पर भी अपना पूरा फोकस रखते हैं ,कई बार टीम मैनेजर बनकर भी कैरम टीम का प्रतिनिधित्व किये हैं ।साथ ही काव्य श्री की बड़ी बहन कनक भी जिला कैरम की अच्छी खिलाड़ी रही है।इससे पूर्व सभी खेलों में महिला युगल में दोनों बहनों का ही जलवा रहता था लेकिन बड़ी बहन की शादी के बाद वो कैरम खेल से खुद को अलग कर ली है ।यानी काव्य श्री के परिवार में ही कैरम खेल के प्रति काफी रुझान रहा है ।
अबतक सरकारी मदद नही :काव्य श्री
चौदह वर्षों से जिला चैंपियन रही काव्य श्री बताती है कि खेल में कैरम के लिए झारखंड सरकार ने अबतक कोई विशेष सुविधा प्रदान नही की है, न ही व्यक्तिगत किसी से सरकार ने खिलाड़ी के तौर पर कोई मदद की है।काव्य श्री बजट की भी बात बताती है और कहती है कि सरकार झारखंड राज्य में कैरम का कोई बड़ा टूर्नामेंट नही करा पाती वजह इसका बजट होता है ।हमारे संयोजक इसलिए बड़ा टूर्नामेंट नही करा पाते क्योंकि इस खेल में सरकारी बजट बहुत कम होता है ।सरकार को इस तरफ भी ध्यान आकृष्ट करने की जरूरत है ताकि किसी खिलाड़ी की प्रतिभा जिले तक ही सीमित न रह जाय ।
गणतंत्र कप पर शहजाद का कब्जा बरकरार ।
जिला प्रशासन द्वारा आयोजित सप्ताहव्यापी गणतंत्र कप कैरम के खिताब पर पूर्व चैंपियन मो. शहजाद ने पुरुष वर्ग के खिताबी मुकाबले में पूर्व प्रतिद्वंद्वी सुमित झा को 115-12 अंक से बेहद कड़े मुकाबले में पराजित कर खिताब पर अपना कब्जा बरकरार रखा।
दूसरी तरफ महिला वर्ग में कैरम क्वीन ने बेथेल मिशन स्कूल की दीप्ति सेन को पराजित कर अपना साम्राज्य कायम रखा। युगल मुकाबलों में पुरुष वर्ग के खिताब पर इंतेख़ाब आलम व शहजाद की जोड़ी ने मनीष सिंह एवं सुमित झा की जोड़ी को शिकस्त देकर खिताब अपने नाम किया ।
जबकि महिला युगल के खिताब काव्य श्री और उषा रानी मुर्मू की जोड़ी ने फ़र्ज़ेन ज़हूर और बेथेल मिशन स्कूल की ऐंजिलीना सोरेन की जोड़ी को पराजित कर खिताब अपने नाम किया। प्रतिगोगिता के संयोजक सुरजीत झा ने बताया कि सभी इंडोर गेम्स के विजेता एवं उपविजेताओं को रविवार 11 बजे अपराह्न गाँधी मैदान स्थित इंडोर स्टेडियम में पुरस्कृत किया जाएगा।
- काव्यश्री एवं उषा रानी की जोड़ी ने जीता कैरम युगल का खिताब ।
चौदह वर्षों से युगल जोड़ी में भी रहा है काव्य श्री परचम ।
गणतंत्र सप्ताह क्रीड़ा समारोह के तहत चल रहे कैरम के इस प्रतियोगिता में इस बार भी काव्य श्री एवं बेथेल मिशन स्कूल की उषा रानी मुर्मू की जोड़ी ने महिला युगल का खिताब जीत लिया है।इससे पहले भी महिला युगल में काव्य श्री की जोड़ी ने जीत के जज्बे को कायम रखी है ।इस मैच में फ़र्ज़ेन ज़हूर एवं बेथेल मिशन स्कूल की ऐंजिलीना सोरेन की जोड़ी को काव्य श्री की जोड़ी ने शिकस्त देकर उसे दूसरे स्थान पर जगह दिलाई जबकि बेथल मिशन स्कूल की मोनिका बास्की व दीप्ति सेन कि जोड़ी तीसरे स्थान पर रही। प्रतियोगिता के सफल संचालन में चीफ रेफरी शिवेंद्र झा के अलावा अंपायर कार्तिक मंडल का योगदान सराहनीय रहा।