जिले में लंबे समय से चिकित्सकों के कमी का दंश झेल रहे सरकारी स्वास्थ संस्थानों की स्थिति सुधरने की उम्मीद है। राज्य सरकार ने नये वर्ष के तोहफे के तौर पर स्वास्थ्य विभाग को सात नये चिकित्सक अनुबंध पर दिए है। इन चिकित्सकों का पदस्थापन वैसे जगहों पर किया जहां पर काफी दिनों से चिकित्सक नहीं थे। इन जगहों पर एएनएम द्वारा ही इलाज किया जाता था। कभी कभार चिकित्सक विजिट करने उपकेन्द्र पहुंचते थे।
तीन चिकित्सक कर चुके है योगदान :
छह चिकित्सकों में अब तक दो चिकित्सक योगदान किया है। इनमें मो. सैफुल इस्लाम महागामा, डॉ सुप्रीया सन्याल महागामा में व मो. नईमुद्दीन बसंतराय पीएचसी में योगदान कर चुके है। अब भी शेष चार चिकित्सकों ने योगदान नहीं किया है। अगर वे योगदान करते है तो आदिवासी बहुल क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर हो सकती है। शेष चिकित्सकों में सीएचसी मेहरमा के लिए डॉ अभय कुमार यादव, सुंदरपहाड़ी के डमरूहाट पीएचसी के लिए डॉ संजीव कुमार सुमन, ठाकुरगंगटी सीएचसी के लिए डॉ कुमार विवेकानंद व सुंदरपहाड़ी सीएचसी के लिए डॉ राजेश कुमार योगदान करेंगे। इस बार अनुबंध पर बहाल किए गए चिकित्सकों के आने की उम्मीद विभाग को है। पूर्व में भी गोड्डा जिले में सरकारी चिकित्सकों की पदस्थापन किया गया था। लेकिन बहुत कम मात्रा में चिकित्सक योगदान करते थे। अगर शेष चिकित्सक योगदान करते है तो जिले में स्वास्थ्य सुविधा काफी बेहतर हो सकती है।
क्या कहते है पदाधिकारी :
सचिवालय द्वारा सात चिकित्सकों का पदस्थापन के लिए पत्र आया है। ये सभी चिकित्सक अनुबंध पर नियुक्ति की गयी है। तीन चिकित्सक ने योगदान कर लिया है। अन्य चिकित्सकों के भी आने की उम्मीद है।
-डॉ बनदेवी झा, प्रभारी सिविल सर्जन, गोड्डा