सड़क दुर्घटना में एक ही परिवार के तीन की मौत होने से डाड़े गांव में पसरा मातमी सन्नाटा !
एक पिता के लिए सबसे बड़ी दुख की घड़ी तब आती है जब उसके कंधे पर जवान बेटा का अर्थी जा रहा हो। ऐसा ही वाकया सोमवार को जिले के पोड़ैयाहाट प्रखंड में घटित हुआ। पोड़ैयाहाट थाना क्षेत्र के डाड़े मोड़ के पास एक तेज रफ्तार से आ रही ट्रक से मोटरसाइकिल पर सवार मनोज झा(26 वर्ष) उसकी पत्नी प्रिया देवी(24 वर्ष) और उसकी एकमात्र पुत्री शिक्षा (6 वर्ष) को अपने चपेट में ले लिया। मोटरसाइकिल मनोज झा ही चला रहे थे। घटनास्थल पर ही मनोज झा व उसकी पुत्री मौत हो गयी थी। वही पत्नी प्रिया की मौत इलाज के दौरान सरैयाहाट स्वास्थ्य केन्द्र में हुआ। मनोज झा मूलत: पोड़ैयाहाट के डाड़ै गांव के रहने वाले थे। वे गोड्डा शहर में वोडाफोन टेलिकॉम कंपनी में काम करते थे। मनोज झा दीवाकर झा का एक मात्र पुत्र था। दीवाकर झा सेवानिवृत्त शिक्षक है।
उन्होंने बताया कि जब घटना की सूचना मिली तो वे घटनास्थल पर जाने के लिए निकले। लेकिन रास्ते में ही लोगों ने बताया कि दो की मौत घटनास्थल पर हो गयी है। जिसके बाद वे अपने जिगर के टुकड़े को देखने नही गए। बताया कि घटना के बाद ही व्हाटसप से सूचना मिली थी। भारी स्वर में रोते हुए बताया कि एक ही झटके में पूरा परिवार समाप्त हो गया। उन्हें भगवान से जिंदा क्यों छोड़ दिया? उनके घर के बाहर घटना के बाद ही लोगों की भीड़ जमा हो गयी है। उनकी माँ का रो रो कर बुरा हाल है। पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है।
साला के उपनयन संस्कार से लौट रहा था पूरा परिवार :
मनोज झा की शादी तीन वर्ष पूर्व सदर प्रखंड के डुमरिया गांव राजू झा की पुत्री से हुई थी। रविवार को मनोज झा अपने साला राहुल के उपनयन संस्कार में शामिल होने के लिए दुमका के बासुकीनाथ गए थे। जहां रात में रश्मो रिवाज में उन्होंने अपनी सहभागिता निभाई। काफी हंसी खुशी का माहौल था। लेकिन किसको क्या पता था सुबह होते ही यह खुशी मातम में बदल जाएगी। एक मिनट में पूरा परिवार खत्म हो जाएगा। मृतक के पिता दीवाकर झा ने बताया कि उनकी पुत्री भी वहां गयी थी। लौटने के दौरान उसने कहा कि वे एक दूसरे बाइक से उनके साथ चलेगी। लेकिन उन्होंने मना कर दिया था। जिसके बाद जिसने भी इस घटना की खबर सुनी वे स्तबद्ध हो गए।
सदर अस्पताल में हुआ तीनों शवों का पोस्टमार्टम :
घटना की सूचना पाकर तुरंत दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। जहां शव को अपने कब्जे में लेकर सीधे सदर अस्पताल पहुंच गए। तीनों शवों का पंचनामा के बाद उसका पोस्टमार्टम कराया गया। जिसके बाद शव को उसके परिजनों को सौंप दिया गया। घटना की सूचना के बाद सदर अस्पताल परिसर में भी लोगों की भीड़ जमा हो गयी।
हर कोई शख्स घटना की खबर सुनकर आहत था। हो भी क्यों नहीं? एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत होना ही बहुत अधिक दुख की बात है। एक परिवार के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। यहां तक की पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक भी स्तबद्ध हो गए थे।
विधायक ने जतायी संवेदना, पहुंचे गांव :
घटना की सूचना पाकर पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव ने संवेदना जतायी है। सोमवार की देर शाम मृतक मनोज झा के घर भी पहुंचे। जहां पर उन्होंने इस दुख की घड़ी में परिवार को शक्ति देने की कामना की। कहा कि यह बहुत ही दुखद घटना है। एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत सुनकर ही वे आहत है। इस घड़ी में पूरा झाविमो परिवार उनके साथ है। जिस प्रकार की भी सहायता मिलनी चाहिए वह स्वंय मदद करेंगे।
मैं हूँ गोड्डा से अभिषेक राज की रिपोर्ट