जहां एक तरफ झारखण्ड में कोरोना तेजी से पैर पसार रहा है वहीं अब कोरोना से संथाल परगना भी घिरता जा रहा है आज जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार संथाल परगना में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में अचानक वृद्धि हुई है ।
आज झारखण्ड में 147 पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है जिसमें चतरा से 17, देवघर से 5, धनबाद से 19, पूर्वी सिंहभूम से 1, गिरिडीह से 1, गुमला से 15, हजारीबाग से 3, गढ़ावा से 5, जामताड़ा से 9,खूंटी से 3,लातेहार से 6,लोहरदगा से 3,पाकुड़ से 12, रामगढ़ से 2, सिमडेगा से 46, अब तक का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है एक दिन में राज्य में 1290 हुए ।
गोड्डा में ट्रुनेट मशीन में निकले 12 पोजेटिव,रेपिट टेस्ट किट में भी 7 पोजेटिव केस के लक्षण ।
गोड्डा सिविल सर्जन गोड्डा कार्यालय से कोरोना को लेकर गोड्डा की मेडिकल बुलेटिन पेपर के अनुसार अब तक बाहर से गोड्डा आए कुल व्यक्ति की संख्या 37278 है .जिसमे से 36742 लोगों को होम क्वारेंटीन में भेजा गया है जिनमें 462 लोगों को सरकारी क्वारेंटीन में रखा गया ।
होम क्वारेंटीन व्यक्तियों का स्टेम्पिंग 36060 लोगों को किया गया.इसके अलावे सैम्पल कलेक्शन में RT-PCR -1072 लोगों का हुआ .इनमें से कुल पोजेटिव केस की संख्या शून्य है साथ ही निगेटिव केस की संख्या 808 है शेष 219 लोगों की रिपोर्ट आनी बांकी है ।
इसके अलावे गोड्डा में लगे ट्रुनेट मशीन में जांच के लिए कुल 218 लोगों का सैम्पल दिया गया था जिसमे 206 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है एवं 12 लोगों की रिपोर्ट में ट्रुनेट मशीन के द्वारा संक्रमण के लक्षण संदेहास्पद पोजेटिव पाए गए हैं ।
रेपिट टेस्ट किट के द्वारा भी कुल 532 लोगों की जांच की गई जिनमे 525 की सैम्पल निगेटिव आई है .लेकिन रेपिट टेस्ट किट में भी 7 लोगों के सैम्पल रिपोर्ट में संक्रमण के संदेहास्पद पोजेटिव लक्षण पाए गए हैं ।
मेडिकल बुलेटिन में बताया गया है कि अबतक कोई भी भर्ती नही है एवं किसी की भी स्वास्थ्य की स्थिति खराब नही ।
बताते चलें कि ट्रुनेट मशीन एवं रेपिट टेस्ट किट की रिपोर्ट को पुनः धनबाद पीएमसीएच भेजा जाता है जहां से रिपोर्ट आने के बाद ही स्योर किया जाता है ।हलांकि इससे पहले भी ट्रुनेट मशीन में एक गर्भवती महिला की रिपोर्ट पोजेटिव आई थी जिसके कारण गोड्डा में भय का माहौल हो गया था लेकिन बाद में पीएमसीएच से आई रिपोर्ट में उस संदिग्ध महिला की रिपोर्ट निगेटिव आई थी तब जाकर लोगों को राहत मिली थी ।
अब देखने वाली बात यह होगी कि गोड्डा मशीन के द्वारा तो संक्रमण के लक्षण का संकेत तो मिल गया है लेकिन पीएमसीएच की रिपोर्ट आने तक सभी को इंतिजार करना होगा साथ ही एहतियातन सतर्क रहने की भी जरूरत है ।
क्या कहते हैं सीएस :
गोड्डा सिविल सर्जन कहते हैं कि ट्रुनेट मशीन के द्वारा जो निगेटिव रिपोर्ट आती है उसे स्योर माना जाता है लेकिन पोजेटिव रिपोर्ट संदेहास्पद माना जाता है जिसकी रिपोर्ट धनबाद पीएमसीएच से आती है,वहां की रिपोर्ट आने के बाद ही पोजेटिव केस की आधिकारिक पुष्टि की जाती है ।फिलहाल लोगों को ज्यादा से ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।हलांकि संदेहास्पद रिपोर्ट वाले सभी लोग सरकारी कवारेंटीन सेंटर में हैं ।
अब सवाल यह है कि जिले में जब से ट्रुनेट मशीन आया है तबसे स्थिति ऐसी ही है ,इसके पूर्व भी जब ट्रुनेट कि रिपोर्ट बाहर आई थी तो जिले में खलबली मच गई थी ,जबकि तभी बताया गया था कि मशीन में अभी एक चिप लगा है दूसरा चिप लगने के बाद रिपोर्ट सही आने लगेगी ।
इस ट्रुनेट मशीन की संदेहास्पद रिपोर्ट पर सांसद ने दी थी प्रतिक्रिया ,गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने अपने फेसबुक टाइमलाइन पर लिखा था कि कोरोना की आधी अधूरी जांच तत्काल प्रभाव से बंद होनी चाहिए, इसकी गलत रिपोर्ट के कारण मरीज और उसके परिजनों पर क्या गुजरती है यह तो वही जानता है।
दिलचस्प बात यह है कि यह मशीन सिर्फ निगेटवी बताती है पोजेटिव में संदेहास्पद हो जाता है इसका साफ अर्थ है कि मशीन सही से काम नही कर रहा है ।क्या ये मशीन झारखण्ड सरकार के पहल लगी है ?दूसरी बात यह भी है कि मशीन कहां से आई है किस कम्पनी की है? इसे किस उद्देश्य से लगाया गया है इसका कोई विस्तृत ब्यौरा अबतक किसी के पास नही ।
इसके अलावे झारखण्ड में अबतक कुल 3 लाख 3 हजार 296 लोगों को होम क्वारेंटीन किया गया है,66253 लोग को सरकारी क्वारेंटीन में रखा गया है।अबतक झारखण्ड में कुल सैम्पल 95701 कलेक्ट किया गया है जिसमे से 92325 लोगों की टेस्ट की जा चुकी है.इनमें 91035 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है और कुल 1290 पोजेटिव केस पाए गए हैं।