दो लाख में खरीदी गई कुर्सी के गुणवत्ता पर खड़ा हुए सवाल !
सरकारी कार्यों में हमेशा गुणवत्ता तार तार होती है। लेकिन ऐसी स्थिति कम ही देखनी मिलती है कि उद्घाटन के दिन ही खराब गुणवत्ता का प्रदर्शन अफसर के सामने हुआ हो। सदर प्रखंड के डुमरिया पंचायत के नवनिर्मित भवन में बुधवार को कुछ ऐसा ही देखने को मिला। बुधवार को नवनिर्मित भवन का उद्घाटन होना था। जिसको लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी राम गोपाल पांडेय भी पहुंचे थे। इसी क्रम में कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। लाल फीताशाही का कोरम को पूरा करते हुए भवन में प्रवेश किए। लेकिन उपमुखिया नवलकिशोर झा के बैठते ही कुर्सी टूट गयी। किसी प्रकार से संभलते हुए उपमुखिया गिरने से बच गए। इसके बाद आलम यह था कि उद्घाटन पर पहुंचे अधिकतर लोग कुर्सी को परख कर बैठ रहे थे। यहां तक की पदाधिकारी भी कुर्सी को हिला डुला कर देखकर बैठे। कुछ समय के लिए लोगों के चेहरे पर हंसी भी आयी। लेकिन कुछ ग्रामीणों ने सवाल भी खड़ा किया। ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत भवन में बैठने के लिए कुल 12 कुर्सियों को दो लाख रूपये में खरीदा गया है। इतनी महंगी कुर्सी होने के बावजूद गुणवत्ता इतनी कमजोर है। ग्रामीणों ने साफ आरोप लगाया कि कुर्सी की गुणवत्ता को नजर अंदाज किया गया है। वही बीडीओ इस मूद्दे पर कन्नी काटते हुए नजर आएं। ग्रामीणों ने बताया कि डुमरिया पंचायत में शुरू ही गुणवत्ता पर सवाल उठते रहे है। जब यह पंचायत भवन बन रहा था तो राशि निकासी में हेराफेरी से लेकर खराब गुणवत्ता भी काफी चर्चा का विषय बना था। लेकिन भवन के उद्घाटन के पहले दिन की स्थिति भी सरकारी सिस्टम पर सवाल खड़ा कर रही है।