गोड्डा प्रखंड के सूंडमारा मध्य विद्यालय जहाँ बुधवार को विषाक्त भोजन(केला) से करीब 200 बच्चे बीमार हो गए थे और उन्हें बाद में सदर अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जिसमे 17 को छोड़ कर सभी वापस आ गए है लेकिन इस घटना के बाद गाँव वालों में जबरदस्त उबाल है. आज इस विद्यालय में प्रशासनिक स्तर के कई अधिकारी जांच के लिए पहुंचे लेकिन विद्यालय कोई भी शिक्षक नहीं पहुंचे थे. सभी समिति के सदस्य भी नदारद थे इस बात से ग्रामीण उग्र हो गए. ग्रामीणों के द्वारा शिक्षकों का तबादला और सभी समितियों को भंग करने की मांग को जायज मानते हुए जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय के द्वारा आदेश पत्र निकाल कर सभी शिक्षकों का तबादला कर दिया गया है और सभी समितियों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है. इस मुद्दे पर प्रधानाध्यापक से सब बात हुई तब उन्होंने कहा की मध्यान भोजन से शिक्षकों का कोई सम्बन्ध नहीं है. प्रबंधन समिति और माता समिति इन सब कार्यों को देखती है !!
Check Also
What Is PFI: पीएफआई क्या है, कैसे पड़ी इसकी नींव?क्यों हो गया बैन,जाने सबकुछ ।
पीएफआई पर क्या आरोप हैं? पीएफआई क्या है? पीएफआई को फंड कैसे मिलता है? क्या …